Course Summary ملخّص الدّورة
تمّ تصميم الدورة و إعدادها من قبل لجنة خبراء من الجامعة العثمانية و يتناول احتياجات الطلاب فيما يتعلق بدراسات اللغة العربية . وسوف يساعدهم على تعلم اللغة بدقّة من خلال عدسات القواعد .
Course Objectives أهداف الدّورة
١ . تمّ تصميم المنهج لمساعدة طلاب الدراسات العليا على تحسين مهاراتهم اللغويّة وقيمهم الأخلاقيّة
سيتمّ التركيز فى الفصول على فهم القراءة و الفهم الكتابيّ و الفهم المسموع و الفهم التّحدّثيّ . .٢
Course Outcomes نتائج الدّورة
CO 1 سيكون الطلاب قادرين على القراءة و الكتابة و فهم اللغة العربية
CO 2 التحدّث باللغة الى حدّمّا ، اذا تمّ ممارستها بشكل صحيح
CO 3 بناء الجمل الصحيحة بإستخدام الكلمات المناسبة
CO 4 يدركون قيمهم و ثقافتهم و يعيشون حياة كريمة
CO 5 حافظ على علاقة جيدة مع اخوانك و ساعدهم عندما يواجهون مشكلة
CO 6 اعمل دائما من أجل رفعة الفقراء و المحتاجين
CO 7 إعطاء الإحترام الواجب للمعلمين و أولياء الأمور و كبار السن
CO 8 اصبحوا مواطنين مسئولين يحبون الوطن و الأمّة
- Teacher: ISMAIL C
- Teacher: VASANTHA RAO B
- Teacher: SAIKIRAN D
स्नातक पूर्व स्तरे तृतीय वर्षस्य द्वितीय भाषा संस्कृतम् अस्ति I अस्मिन् संस्कृत भाषा , संस्कृत साहित्यम् वैदिकसाहित्यम्, लौकिकसाहित्यम्, पद्य, गद्य, रूपक, व्याकरणादयः ज्ञातुं शक्नुवन्ते I अपि च संस्कृत पठनम्, लेखनम्, संभाषणम् कवि -काल विशेषादयः ज्ञायन्ते I संस्कृतभाषायाः सर्वव्यापकत्वं, अधुनातन काले कृत्रिम मस्तिष्केषु (कम्प्यूटर् यन्त्रेषु) तस्याः प्रयोगम् -प्रयोजनादीनि विषदयन्ति I अनुवादाभ्यासर्थं संस्कृतभाषा अति सुलभ भाषा भवति I संस्कृत भाषा माध्यमेन संस्कृति, संस्कारं, भारतीय आचार व्यवहाराण इत्यादिरपिज्ञास्नातक पूर्व स्तरे तृतीय वर्षस्य संस्कृत पठ्यपुस्तकस्य नाम ‘’ सारस्वती सुषमा II’’ अयं पुस्तकः पद्य , गद्य, व्याकरणम् इति त्रीणि विभागेन विभाजितःI कक्षे सर्वे छात्रा: पठनं, लेखनं,श्रवणं,वक्तव्यं(संभाषणम्) च करणीयम्I छात्राः एतानि विषयाणि ज्ञात्वा पठिष्यन्ति चेत् परीक्षे उत्तीर्णः भवेयुःI अधिक अङ्काण्यपि प्राप्नुवन्ति I

- Teacher: SAIKIRAN D
- Teacher: Dr SOUMYA K
पाठ्यक्रम विवरण
पाठ्यक्रम
स्नातक स्तर के तृतीय वर्ष के द्वीतीय भाषा हिंदी के विद्यार्थियों के मन में हिंदी भाषा एवं साहित्य के प्रति अभिरुचि जागृत करने का प्रयास गद्य साहित्य की निबंध, कहानी, संस्मरण, जीवनी, यात्रा, एकांकी, व्यंग्य, जनसंचार का अर्थ, जनसंचार का महत्व, जनसंचार की प्रमुख विशेषताएं, जनसंचार के प्रकार, दृश्य, श्रवण, मुद्रण, नव इलेक्ट्रॉनिक जनसंचार के माध्यम, जनसंचार के माध्यमों में लोककलाएँ आदि विविध विधाओं के किया गया है
आरम्भ में हिंदी की गद्य विकास यात्रा, हिंदी साहित्य के महान लेखक तथा उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालती है I विद्यार्थियों में समस्त कार्यों के प्रति उत्साह जाग्रत करने, उनमें नैतिक गुणों का विकास करने, उन्हें भारतीय संस्कृति की महत्ता से प्रेरित करने तथा देश और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति सचेत करने की दृष्टि से इसमें महत्वपूर्ण निबंधों को चयनित किया गया है I
मानवीय संवेदनाओं से ओत-प्रोत कविताओं तथा संस्मरण हृदय को संस्पर्शित करते हैं I इसके अतिरिक्त निबंध वर्तमान सामाजिक तथा राजनीतिक विसंगतियों पर प्रकाश डालते हैं I
अध्ययन की सुविधा की दृष्टि से बोधपरक विषय, भाषा तथा शैलीगत सरलता का विशेष रूप से ध्यान रखा गया है I कोई भी भाषा सीखना वैसे तो बहुत उपयोगी होता है । और किसी भी भाषा में संवाद कर पाना एक खास प्रतिभा मानी जाती है । भविष्य में छात्र चाहे जिस किसी भी क्षेत्र में काम करें, अगर वे सही भाषा का प्रयोग जानते हैं तो वे उस क्षेत्र में महान उपलब्धि प्राप्त कर सकते हैं । जो लोग कई भाषाएं जानते हैं उन्हें करियर में कहीं ज्यादा बेहतर मौके मिल सकते हैं । भाषाओं को सुनने, सीखने और बोलने के साथ-साथ, अपनी खुद की भाषा की ओर भी एक नया दृष्टिकोण विकसित करते हैं ।
कक्षा में पढ़ना, लिखना, सुनना और बोलना-----इनके आधार कौशल पर निम्नलिखित श्रेणियों में गद्य-पद्य-भाग और व्याकरण को विभाजित किया गया है, इसके लिए शिक्षक पाठ / चयनित पैराग्राफ (अनुच्छेद) का शैक्षणिक उपयोग, छात्रों की क्षमता के अनुसार करते हैं । शिक्षक विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए उनसे विषयानुसार लघु प्रश्न पूछते हैं और चर्चा के आधार पर छात्रों को छोटे पैराग्राफ या निबंध लिखने के लिए कहते हैं I जिससे छात्र-समूह चर्चाओं में भाग लेकर लाभान्वित होते हैं I
- Teacher: SAIKIRAN D
- Teacher: Dr. AKSHARA SINGH